UPSC Prelim : Paper 1

तो हम सबको पता हैं की ये सिविल सेवा परीक्षा के प्रारंभिक परीक्षा का पेपर १ हैं और अब यही एक पेपर हैं जिसके अंको के आधार पर आपका सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए चयन किया जाएगा शर्त बस इतनी हैं की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के पेपर २ में आपको ६६ अंक चाहिए २०० में से मतलब ३३ % अंक चाहिए पेपर २ में.

तो हमने सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के बारें में बहुत कुछ देखा हैं UPSC Prelim मेनू में तो अगर आपको उसके बारें में जानना हैं तो आप पहले UPSC Prelim के बारें पे पढ़े और बाद में ये पढ़े.

यहां हम विषयों अनुसार थोड़ी थोड़ी जानकारी लेंगे सिविल सेवा के प्रारंभिक परीक्षा के पेपर १ के बारें में. तो चलो शुरू करते हैं.

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएं

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीयमहत्व की सामयिक घटनाएं , देखो इसमें जो कुछ पूछा जाएगा वह बस करंट अफेयर्स नहीं होंगे वह हो सकता है भूगोल के बारे में हो, राजनीति के बारे में हो, आर्थिक और सामाजिक विकास के बारे में हो या फिर पर्यावरण के बारे में हो, या विज्ञानं के बारे में हो. मतलब, सब कुछ मिलाकर जो इस पेपर के पाठ्यक्रम में दिया है जो विषय लिए हैं उनके बारे में अगर कोई घटना घटती है या तो वह भारत में हो या भारत के बहार जो कि भारत के लिए अच्छी और महत्व की  और भारत पर प्रभाव डालने वाली कोई घटना घटती है तो वह है राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटना.

देखो, इस विषय का सबसे ज्यादा फायदा होगा वह होगा मुख्य परीक्षा में जहां समझना पड़ता है  और लिखना पड़ता है .  इसलिए मैं  बस प्रारंभिक परीक्षा के लिए पढ़ रहा हूं या मैं  बस मुख्य परीक्षा के लिए पढ़ रहा हूं ऐसा ना करके सब कुछ एक साथ पढ़े.

भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन

“भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन “ इस एक ही लाइन में भारत का पूरा इतिहास बताया है. तो आपको इस विषय को प्रारंभ से पढ़ना है लेकिन इसमें जो महत्वपूर्ण विषय है वह प्राचीन इतिहास और आधुनिक इतिहास और जो मध्ययुगीन इतिहास है वह ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन इसे  पढ़ने का नहीं ऐसा मत करो. इसमें सबसे महत्वपूर्ण आधुनिक इतिहास है जो कि आपको मुख्य परीक्षा में भी लिखना है.

आपको पता है यह विषय इतिहास है मतलब यह कोई बदलने वाला नहीं है तो  ऐसे विषयों की तैयारी अच्छे से करनी है आपकी ताकि इसमें से कुछ भी पूछा गया तो सोचने वाली बात नहीं होगी मतलब या ना तो यह विश्लेषण करना है और नहीं कुछ अपना इसमें कुछ मिला मिलाना है. प्रारंभिक परीक्षा में राष्ट्रीय आंदोलन के बारे में बहुत कुछ पूछा जाता है.

भारत एवं विश्व भूगोल : भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल

भूगोल की तैयारी करने के लिए मैं बस एनसीईआरटी की कक्षा छटी से बारहवीं तक पुस्तके पढ़ कर और एक दो और पुस्तके पढ़ कर हम इस विषय की तैयारी कर सकते हैं

इसमें भूगोल की भौतिक घटनाएं और भारत का भौतिक भूगोल और कुछ प्रश्न नक्शे पर पूछे जा सकते हैं कुछ प्रश्न जगह, उनका स्थान, और वह किस लिए प्रसिद्ध है, वहां कौन से लोग रहते  वह लोग क्या करते हैं मतलब को उनके उत्सव इत्यादि. जानकारी पूछी जा सकती है और पूछी जा चुकी है.

भारतीय राज्यतंत्र और शासन: संविधान, राजनैतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोक नीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे, आदि |

इस विषय में वह  प्रश्न नहीं  पूछे जाएंगे जिसका वैकल्पिक विषय राजनीति शास्त्र है यहां से प्रश्न पूछे जाएंगे जो अपने संविधान के बारे में होंगे, कुछ संशोधनों के बारे में होंगे, संविधान के अनुसूची के बारे में,  कुछ अनुच्छेद के बारे में, कुछ कायदों के बारे में होंगे. इस सब की जानकारी आपको पता है या नहीं यह जानने के लिए इसके आधार पर प्रश्न रहेंगे.

इसकी तैयारी करने के लिए NCERT की बारहवीं कक्षा तक की पुस्तके और एम लक्ष्मीकांत की पुस्तक काफी है. और भी कुछ पढ़ने के लिए डी डी बसु और सुभाष कश्यप की पुस्तके पढ़ सकते हैं या संदर्भ की तरह इनका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें कुछ मिला जुला कर हम मुख्य परीक्षा की भी तैयारी कर सकते हैं.

आर्थिक और सामाजिक विकास: सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि |

इस विषय में हमें हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में कुछ सामान्य जानकारी और महत्वपूर्ण जानकारी, सतत विकास के बारे में , गरीबों के बारे में,  सरकार अपने लोगों के लिए क्या-क्या सामाजिक योजनाएं आर्थिक योजनाएं इन  सब की जानकारी  इस विषय की जानकारी ,  रिजर्व बैंक के बारे में, उनके कार्य के बारे में, उनकी नीतियों  के बारे में भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में संपूर्ण जानकारी पूछी जा सकती है

इस विषय की तैयारी करने के लिए हमें नवीनतम पुस्तके पढ़नी चाहिए इसमें NCERT की नवीनतम पुस्तके  और कुछ बाजार में से नवीनतम पुस्तके और आर्थिक सर्वेक्षण सर्वेक्षण और थोड़ा कुछ बजट के बारे में पढ़ना जरुरी है

पर्यावरणीय परिस्थितिकीय जैव-विविधता और मौसम परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिए विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है |

हमें पता है कि  यह प्रारंभिक परीक्षा दो परीक्षा के लिए होती है एक सिविल सेवा परीक्षा के लिए और दूसरी वन सेवा परीक्षा तो इसमें पर्यावरण के बारे में के बारे में बहुत कुछ पूछा गया है  और बहुत कुछ पूछा जाता है. जब विश्व में क्या भारत में कोई पर्यावरण के बारे में कुछ सम्मेलन कुछ विषय चर्चा में होते हैं उनके बारे में या फिर कोई प्राणी जात का नामोनिशान अभी नहीं है उनके बारे में कोई परिस्थिति के बारे में. मतलब पर्यावरण के बारे में कहीं भी कुछ हो उसके बारे में इस विषय में पूछा जा सकता है.

इस विषय की तैयारी करने के लिए विज्ञान की और भूगोल की पुस्तकों की पढ़ाई करने के बाद त्तैयारी हो जाती और शंकर आई ए एस  एकेडमी का एक पुस्तक है जो बहुत सारे बच्चे पढ़ते हैं वह है उसका नाम है एनवायरमेंट.

सामान्य विज्ञान

इस विषय का नाम है सामान्य विज्ञान लेकिन पहले सामान्य विज्ञान के प्रश्न पूछे जाते थे लेकिन अब इस विषय में से सामान्य विज्ञान के नहीं बल्कि  विज्ञान और तंत्रज्ञान के बारे में पूछा  जाता है इसलिए करंट अफेयर्स जो कुछ इसके बारे में हो इस विषय में पूछा जा सकता है इसमें इसरो ने क्या किया ? नासा ने क्या किया ?  इसके बारे में भी पूछा जा सकता है और विज्ञान में तंत्रज्ञान में क्या कुछ नया तंत्रज्ञान आया है उसके बारे में पूछा जा सकता है.

तो ये हुआ पेपर १ का सार जिसमें से आपको पेपर १ के बारें में पता चला होगा. इन सभी विषयो के बारें में हम एक एक करके जरुर देखेंगे.